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दांतों में झनझनाहट क्यों होती है ?

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संवेदनशील दांतों के दर्द को रोकने के लिए उचित स्वच्छता महत्वपूर्ण है। यदि आपके दांतों की संवेदनशीलता रोज़मर्रा के काम पर प्रभाव डाल रही है तो अपने दंत चिकित्सक से पूछें।

Doctor

Dr. Ashwin Fernandes

Hospital / Clinic

Ashwin Dental Care Clinic, Kalyan, Mumbai

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Duration: 6:05 minutes

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GMoney Anchor - मेरा पहला सवाल आपसे होगा की टूथ सेन्सिटिविटी क्या होती है?

Dr. Ashwin Fernandes – टूथ सेन्सिटिविटी वो फीलिंग है जो पेशंट को कुछ ठंडा या गर्म खाने पर लगती है। एक चमक जैसे उठती है, जैसे कभी पैरों में मोच आ जाती है। बिल्कुल वैसे ही दांत में होता है। सेन्सिटिविटी प्रॉब्लम में कुछ भी ठंडा खाया, गर्म ले लिया या मीठा खाया या खट्टा खाया तो एकदम से चमक बैठती है।

tooth sensitivity in hindi

GMoney Anchor - क्या दांतों में झनझनाहट होती है ? डॉक्टर इसके कारण क्या होते हैं?

Dr. Ashwin Fernandes – देखिये, सेन्सिटिविटी के बहुत सारे कारण हैं, एक तो फॉल्टी ब्रशिंग है। अगर ब्रशिंग एकदम ज़ोरों से आपने की है। गलत  ब्रशिंग की वजह से दांतों का इनैमल यानी जो ऊपरी लेयर है वो गिर जाता है, अंदर का नस खुलने लगता है

GMoney Anchor - और अगर मैं इसके लक्षण के बारे में बात करूँ तो झनझनाहट होती है, इसके अलावा और क्या होता है?

Dr. Ashwin Fernandes – दांतों के तीन लेयर्स रहते हैं, इनेमल, डेंटिन और पल्प। अगर डेंटीन गिर चुका है तो सेन्सिटिविटी के साथ दर्द भी बहुत हो सकता है।

GMoney Anchor - ओके सो अगर किसी के दांतों में सेन्सिटिविटी है, बहुत सारे फूड्स रिस्ट्रिक्शन भी होते होंगे यानी की कुछ आइटम्स वो खा सकते हैं, कुछ नहीं खा सकते हैं। सो इसके बारे में आप क्या कहेंगे?

Dr. Ashwin Fernandes – फूड आइटम में हम लोग यही बोलते हैं की खट्टा नहीं खाना चाहिए। खाने में कुछ भी ज़्यादा नहीं। मीठा भी बहुत ज्यादा नहीं होना चाहिए। पेट साफ होना चाहिए। हम लोग ये बातो पे ध्यान नहीं देते हैं, जब डेंटिस्ट के पास आते हैं। लोगों को यह ध्यान में नहीं रहता है कि पेट साफ नहीं हुआ तो भी गैस हो सकती है। पेट खराब होगा तो दांतों पर तो असर होना ही है। दांतों की सेंसिटिविटी बढ़ जाएगी।

GMoney Anchor - इसका इलाज कैसे होता है ?

Dr. Ashwin Fernandes- टूथपेस्ट से चालू कर सकते हैं। मतलब वो फर्स्ट लेवल पे हैं जहाँ झुनझुनाहट शुरू हुई है तो वो रेस्ट कर सकते हैं चार से आठ हफ्तों में अगर टूथपेस्ट यूज़ करेंगे तो उससे बैठ जायेगा कम्फर्टेबल हो जायेगा पेशेंट।

GMoney Anchor - क्या हल्दी सेंसिटिविटी दूर करती है ?

Dr. Ashwin Fernandes – हल्दी में ऐन्टी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज़ होती हैं तो अगर सूजन है, मसूड़े फूल गए हैं, तो हल्दी वाला दूध पीने से उसे राहत मिलेगी पर सेन्सिटिविटी पर कोई असर ज्यादा नहीं होगा।

GMoney Anchor - बहुत जगह ये भी लिखा था कि नमक के पानी से कुल्ला करना भी हेल्पफुल है, तो इसमें कितनी सच्चाई है?

Dr. Ashwin Fernandes – सॉल्ट वाटर मुंह का पीएच बैलेंस कर देता है, गुड बैक्टीरिया उससे फॉर्म हो जाता है, तो काफी मदद मिलती है। उससे भी काफी राहत मिलती है।

GMoney Anchor - थैंक यू सो वेरी मच डॉक्टर आपने अपने बिज़ी शेड्यूल से हमारे लिए वक्त निकाला है। जी मनी हेल्थ शो की पूरी टीम आपको थैंक यू कहना चाहती है।

Dr. Ashwin Fernandes – थैंक यू सो मच।

GMoney Anchor - ये थे हमारे साथ डॉक्टर जिन्होंने बहुत अच्छी तरीके से हमे बताया की टूथ सेन्सिटिविटी क्या होती है और उसके क्या कारण हैं। अगर आपके मन में कोई सवाल है तो आप मुझे कमेंट सेक्शन में लिख सकते हैं। मैं आऊंगी नेक्स्ट शो में एक नए सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर के साथ। तब तक अपना ख्याल रखिये क्योंकि अच्छी सेहत हमारा वादा। क्या आप जानते हैं जीमनी के जरिए आप अपने हॉस्पिटल का बिल भर सकते हैं 12 किश्तों में बिना किसी ब्याज के? और अधिक जानकारी के लिए अपने हॉस्पिटल से संपर्क करें।

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