Post Category: Disease Pages

अनियमित पीरियड्स से हैं परेशान ? जानिये पीसीओडी और पीसीओएस में क्या अंतर है।

जी मनी के ज़रिये आप भर सकते हैं अपने हॉस्पिटल का बिल, 12 किश्तों में, बिना किसी ब्याज के|

Doctor

Dr. Ranu Chhabra

Hospital / Clinic

Baby’s World IVF Centre, Jalandhar

Watch Full Interview on Youtube

Link to Full Interview
Duration: 16:15 minutes

Listen to Interview on PodcastLink for Podcast

Read the full transcript of Health Show in English, Hindi, Marathi, Bengali, Tamil, Telugu, Kannada, Malayalam, Punjabi

GMoney Anchor - जी मनी हेल्थ शो में मैं नेहा बजाज आप सभी का स्वागत करती हूँ और शो में आज हमारे साथ जुड़ रहे हैं डॉक्टर रानू छाबरा जो गायनेकोलॉजिस्ट हैं और इनफर्टिलिटी स्पेशलिस्ट भी हैं। डॉक्टर छाबरा आपका बहुत-बहुत स्वागत है जी मनी हेल्थ शो में।

Dr. Ranu Chhabra – थैंक यू सो मच।

difference between pcos and pcod

GMoney Anchor - तो डॉक्टर आज हम बात करने वाले हैं। पॉलीसिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर के बारे में एक ऐसा नाम जो किसी परिचय का मोहताज नहीं है, लेकिन हम बेसिक से शुरुआत करते हैं। हमारे सभी दर्शकों को आप ये बताइए पीसीओडी क्या होता है? पीसीओडी और पीसीओएस में फर्क क्या है?

Dr. Ranu Chhabra – पीसीओडी का मतलब है पॉलिसिस्टिक ओवेरियन डिस्ऑर्डर और पीसीओएस यानि पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम। अब जो सिंड्रोम है वो डिसोर्डर का ज्यादा एक्स्टेंडेड स्वरूप है। कह सकते हैं कि जब डिसोर्डर बैड हो जाता है तो वह सिंड्रोम बन जाता है। बेसिकली ये दोनों हॉर्मोनल इम्बैलेंसेस की वजह से ही होते है। आजकल हमारी लाइफ ऐसी होगयी है हम बैठ कर ही अपना सारा काम करते हैं। ऐक्टिविटीज़ बहुत ज्यादा कम है। मोबाइल फ़ोन, लैपटॉप वगैरह दिन भर हमारा सारा वक़्त ले लेते हैं। आजकल लोग बहुत सेल्फ सेंटर हो गए हैं, अपने में ही रहते हैं।

जिस वजह से स्ट्रेस, ऐंगज़ाइटी जैसी प्रॉब्लम होती हैं। ज़्यादा वज़न होने पर ओवरी पर भी असर होता है। इससे पीरियड साइकिल प्रभावित होती है। साल में सिर्फ छह बार पीरियड्स आना, या बहुत ज़्यादा पीरियड्स आना, इस तरह की दिक्कतें होती हैं।

GMoney Anchor - बिलकुल आप ने बड़े विस्तार से हमें समझाया। पीसीओडी होने का कारण क्या है ?

Dr. Ranu Chhabra – यह हार्मोनल इम्बैलेंस की वजह से होता है। इंसान का लगातार एवोल्यूशन हो रहा है। अब कुछ एवोल्यूशन हमेशा अच्छे नहीं होते। कुछ बुरी चीजें भी होती हैं। एवोल्यूशनमें कोई चीज़ हमारी बॉडी में परमानेंट होनी शुरू हो जाती है तो उसको हम नोटेशन्स कहते हैं।

अब क्या हो रहा है किसी का वज़न ज़्यादा है। ना खाने पीने का कोई सही टाइम है । अब पीसीओडी भी उनमें से एक दिक्कत है। बहु साड़ी प्रॉब्लम्स और बहुत सारे मेडिकल कंडिशन्सइससे जुड़ी हुई हैं तो अभी हम समझ गए कि कुछ जेनेटिक प्रॉब्लम भी है और ये जो हमारा लाइफ स्टाइल है, वह भी हमें दिक्कतों की तरफ धकेल रहा है।

GMoney Anchor - अच्छा अब ये बताइए की बढ़ता वज़न और पीसीओडी कैसे जुड़े हुए हैं।

Dr. Ranu Chhabra – डाइरेक्टली कनेक्टेड हैं कि वज़न बढ़ता है तो पीसीओडी बढ़ता है और पीसीओडी होने से वज़न बढ़ता है।  अब जब हमारे पास कोई पेशंट आता है, ओपीडी है और यंग गर्ल है, उसको देख के हमे ऑलमोस्ट 50% डायग्नोसिस हो जाती है की इसे पीसीओडी हो सकता है। 

जो पेशंट होता है उसका वज़न बहुत ज़्यादा होता है। हम इसलिए मरीज़ को कहते हैं की आप सबसे पहले अपना वज़न घटायें तो पीसीओडी कम हो जाएगा। आपकी पीसीओडी खत्म नहीं हो सकता। कभी भी ये मत सोचो की पीसीओडी का कोई इलाज है? हमारी लाइफ स्टाइल की वजह से वो कम हो सकता है 

आगे जाके जैसे जैसे लड़की की उम्र बढ़ती है, उनको डायबिटीज, पेट रिलेटेड प्रॉब्लम्स, कोलेस्ट्रॉल की प्रॉब्लम्स, ये सब डेवलप होती रहती हैं। जब बच्चे छोटे हैं आपको लग रहा है आपके बच्चे का वेट बहुत तेजी से बढ़ रहा है, तो आप उनका प्रॉपर एक हेल्थ चेकअप करवाइए।

GMoney Anchor - ऐंड्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन का पीसीओडी से क्या नाता है ?

Dr. Ranu Chhabra – अब हमें पता है की गर्ल्स में एस्ट्रोजन ज़्यादा होता है। एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टरोन में एक बैलेंस होता है। अब ये जो पीसीओडी है इसमें क्या हो रहा है की यह बैलेंस बिगड़ रहा है। आपका प्रॉपर टाइम पर एग नहीं बनेगा। छोटे छोटे एग बनेंगे। प्रोजेस्टेरोन लेवल बढ़ने पर कॉस्मेटिक प्रॉब्लम्स आती हैं। चेहरे पर बाल आने लगते हैं। आपके जैसे ग्रुप में आपके फ्रेंड्स के साथ आप अलग महसूस करते हो, आपके लुक्स के बारे में कमेंट कर सकती है जिसकी वजह से बहुत ज्यादा डिप्रेशन, ऐंग्जाइटी हो सकता है। पीसीओडी कण्ट्रोल करने के लिए  पैकेज फूड, फ्रोजन फूड नहीं खाना है। एक्सरसाइज करो, खेलो कूदो, कोई गेम्स खेलो, सारा दिन मोबाइल फोन मत चलाओ।

GMoney Anchor - इसमें हमारी डाइट कितनी ज़्यादा इम्पोर्टेन्ट है?

Dr. Ranu Chhabra – सबसे पहले मैं बात करूँगी कि पीसीओडी में कैसी डाइट चाहिए?  इंटरमिटेंट फास्टिंग जो है वो ग्रोथ हॉर्मोन्स रिलीज करता है। आपका फैट लॉस करता है। ज़्यादा स्ट्रिक्ट डाइट भी मत कीजिये। मैं देखती हूँ की जो वर्किंग वूमेन हैं, नाश्ता स्किप कर देती हैं। नाश्ता कभी भी स्किप नहीं करना है। आपको डाइट में प्रोटीन्स इन्क्लूड करनी है, डाइट लेना है।

GMoney Anchor - अच्छा मेरा आखिरी सवाल है हाई लेवल ऑफ इनसुलिन, पीसीओडी को कैसे खराब करता है? क्या नाता है?

Dr. Ranu Chhabra – इन्सुलिन रेजिस्टेंस बढ़ना मतलब जो ग्लूकोस है वो सेल्स में नहीं जा रहा है वो ग्लूकोस आपके ब्लड स्ट्रीम में सर्कुलेट हो रहा है। आपका शुगर लेवल बढ़ा रहा है, इन ब्लड शुगर की वजह से आपके हॉर्मोन्स सारे डिस्टर्ब हो रहे हैं। मीठे पर बिल्कुल रोक लगा दी जाए।

GMoney Anchor - बिलकुल आज पीसीओडी के बारे में बिल्कुल स्टार्ट टू फिनिश हमने जाना। डॉक्टर अनु चावला, आपको थैंक यू कहना चाहते हैं, आपने अपने बीज़ी स्केड्यूल से कीमती वक्त निकाला, थैंक यू सो मच।

Dr. Ranu Chhabra – थैंक यू सो मच नेहा।

GMoney Anchor - तो ये थीं डॉक्टर रानू जिन्होंने हमें बताया पीसीओडी और पीसीओएस के बारे में। कंप्लीट्ली क्यूरेबल तो नहीं है लेकिन मैनेजमेंट जरूर किया जा सकता है। मैं उम्मीद करती हूँ आपको आज का वीडियो पसंद आया होगा। अपना फीडबैक शेयर करें । किसी और विषय पर चर्चा देखना चाहते हैं, वो भी आप हमें बता सकते हैं। मैं नेहा बजाज आपसे लेती हूँ इजाज़त, मिलेंगे जी मनी हेल्थ शो के एक नए वीडियो में, न्यू सुपर स्पेशलिस्ट मेडिकल एक्स्पर्ट के साथ। सेहत का ख्याल रखें, स्वस्थ रहें, मस्त रहें।

pcod treatment

क्या आप जानते हैं जी मनी के ज़रिये आप अपने हॉस्पिटल का बिल भर सकते हैं, 12 किश्तों में, बिना किसी ब्याज के? और अधिक जानकारी के लिए अपने हॉस्पिटल से संपर्क करें।

 क्या आपका हॉस्पिटल No Cost EMI की सुविधा देता है? आज ही अपने अस्पताल/क्लीनिक से संपर्क करें ?

 

यदि आप चिंतित हैं कि अपनी मेडिकल सर्जरी का खर्च कैसे उठाएंगे, तो जी मनी (GMoney) लाया है No Cost EMI और Advance Against Mediclaim जैसी सेवाएं। अपने हॉस्पिटल का बिल भर सकते हैं, 12 किश्तों में, बिना किसी ब्याज के| 

 

जी मनी के नेटवर्क से जुड़े हैं देशभर के 10,000 से भी ज़्यादा अस्पताल और क्लिनिक। जी मनी की सेवाओं के तहत आप हृदय रोग, मोतियाबिंद, कॉस्मेटिक सर्जरी, बैरिएट्रिक सर्जरी, किडनी स्टोन, स्त्री रोग, शिशु रोग, जोड़ों के रोग आदि बीमारियों का उपचार आसान किश्तों के ज़रिये करवा सकते हैं। अब आप निश्चिन्त हो जाइये क्योंकि जी मनी आपके चिकित्सा बिलों का भुगतान करने में करेगा पूरी सहायता। 

 

आज ही जी मनी हेल्थ कार्ड के लिए आवेदन करें और पाएं हमारी सेवाओं का लाभ। No Cost EMI और Advance Against Mediclaim का विकल्प प्रदान करके, जी मनी (GMoney) बनाता है चिकित्सा सेवाएं सुलभ और आसान।

 

और अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें – 022 4936 1515 (Mon-Sat, 10AM to 7PM)

https://www.gmoney.in/ 

Watch 400+ interviews of Specialized Doctors on PCOD, Diabetes, Cosmetic treatments, Dental care, Lasik surgery, Piles, IVF, Smile makeover and much more.. please visit https://www.youtube.com/@GMoney_HealthShow 

Do not forget to subscribe to our Channel

 

Disclaimer: THIS WEBSITE DOES NOT PROVIDE MEDICAL ADVICE.

 

The information, graphics, images, and other materials contained on this website are for informational purposes only. No material on this site is intended to be a substitute for medical advice, diagnosis, or treatment.

We suggest you to always seek advice from your physician or other qualified healthcare provider with any questions you may have regarding a medical condition.

Never disregard professional medical advice because of something you have read on this website.

Please note : The content in this blog is extracted from the video and translated using Google Translate.