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पीलिया में रोगी को क्या खाना चाहिए ? [Jaundice diet in hindi]

जी मनी के ज़रिये आप भर सकते हैं अपने हॉस्पिटल का बिल, 12 किश्तों में, बिना किसी ब्याज के|

पीलिया एक ऐसी बीमारी है जिसका सही इलाज बहुत ज़रूरी है। बेहद ज़रूरी है की पीलिया के मरीज़ एक स्वस्थ डाइट लें ताकि जल्द से जल्द तबियत बेहतर हो सके। इस ब्लॉग में डॉक्टर अनंत खांगटे दे रहे हैं पीलिया से जुड़ी अहम जानकारी।

Doctor

Dr. Amit Motwani

Hospital / Clinic

Saraswati Dental Clinic, Mumbai

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Duration : 11.10 minutes
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GMoney Anchor - मैं नेहा बजाज आप सभी का बहुत-बहुत स्वागत करती हूँ और आज का वीडियो देखने से पहले करना है आपको एक काम, हमारे चैनल को सब्सक्राइब ज़रूर करें। आज के वीडियो में हमारे साथ जुड़ रहे हैं नासिक से डॉक्टर अनंत खांगटे, जो कि 10 सालों से प्रैक्टिस कर रहे हैं और डायरेक्टर हैं खान चिल्ड्रन्स हॉस्पिटल के जो नासिक में है। डॉक्टर आनंद जी मनी हेल्थ शो में आपका बहुत-बहुत स्वागत है।

Dr. Anant Khangte – हैलो थैंक यू सो मच।

GMoney Anchor- अधिकतर मैं देखती हूँ की तीन से 9 साल के बच्चों में जॉन्डिस बहुत देखा जाता है। सबसे पहले हमारे सभी व्यूअर्स को आप यह बताएं जॉन्डिस क्या होता है और बच्चों को सबसे ज़्यादा क्यों होता है?

jaundice diet chart

Dr. Anant Khangte – पहले तो ये जानना ज़रूरी है कि पीलिया एक बीमारी नहीं है। ओके, ये एक बीमारी का लक्षण हो सकता है। हमारे शरीर में बिलीरुबिन होता है जिसे बाइप्रोडक्ट ऑफ ब्लड माना जाता है। आम भाषा में जॉन्डिस को पीलिया कहते हैं। जब बिलीरुबिन की मात्रा खून में बढ़ जाती है तो हम कहते हैं की पीलिया हुआ है। बिलीरुबिन क्यों बढ़ता है? इसके कई सारे कारण हो सकते हैं जैसे खून ज़्यादा खराब हो रहा है, किसी को ब्लड कैंसर है या बचपन से ही किसी बच्चे को ब्लड की बीमारी है तो उसका मेटाबोलिज्म ज्यादा फास्ट हो रहा है। जैसे खून में हमारे जो आरबीसी होते हैं उनकी लाइफ होती है। किसी बच्चे को इन्फेक्शन हो गया, वो इन्फेक्शन किसी भी चीज़ का हो सकता है जैसे किसी बैक्टीरिया का हो सकता है, वायरस का या पैरासाइट का होता है। हम कॉमन चीज़ें अगर देखें, बैक्टीरिया है तो टाइफाइड सबसे कॉमन चीज़ है, अगर टाइफाइड हो गया तो उसमें भी हो सकती है। वायरस सबसे कॉमन है। ये जो विषाणु या जीवाणु जो भी है वो लिवर पर अटैक करते हैं और लिवर जो अच्छे से काम कर रहा होता है, उसके काम करने में बाधा लाते हैं। जो रेड ब्लड सेल्स हैं उसमें भी अटैक करते हैं।

GMoney Anchor - ऐसे कौन से लक्षण हैं जो पीलिया होने पर बच्चों में अक्सर देखे जाते हैं।

Dr. Anant Khangte दो चीज़ें हैं पहले तो वो लक्षण जो बच्चा हमें खुद बताता है जैसे हो सकता है की उसका पेट दर्द कर रहा हो। या फिर उसको हो सकता है की उल्टी जैसा महसूस हो। खाना खाने का मन ना करे, बच्चा ठीक से खेल नहीं रहा है। बच्चा चुप चुप सा है, खाना कम खा रहा है, पानी कम पी रहा है, उसका यूरिन पीला दिखने लगता है।

GMoney Anchor - सर पीलिया का ट्रीटमेंट आप कैसे करते हैं? बहुत बार लोग मेडिसिन से ज़्यादा दूसरी चीज़ों पर भरोसा करते हैं। आप उस बारे में क्या कहना चाहेंगे? ट्रीटमेंट कैसे होता है, कितना बेड रेस्ट होता है और बच्चा पूरी तरीके से कब ठीक हो जाता है, यह बताइए?

Dr. Anant Khangte पहले तो हमें ये जानना पड़ेगा कि बच्चे को वाकई पीलिया है। उसके लिए सिंपल ब्लड टेस्ट होता है। जितना ज़्यादा बिलीरुबिन उतना ज़्यादा प्रॉब्लम है। ओके सो वी नीड टु फाइन्ड अंडरलाइन कॉज कि बच्चे को बीमारी क्या है। जानने के बाद हम इलाज करेंगे जैसे टाइफाइड हो तो उसका इलाज करेंगे। डेंगू होगा तो डेंगू की ट्रीटमेंट करेंगे या कुछ अलग कारण होगा तो उसकी ट्रीटमेंट करेंगे। जो भी हमारे देश में उपाय करते हैं, माला पहनाते हैं, वो सब अंधविश्वास है, उसे छोड़ देना चाहिए। जैसे शुरुआत में किसी भी बच्चे को कुछ इन्फेक्शन हुआ है तो 5 दिन लगेगा फीवर जाने में, लेकिन ये जो पीलिया जो है ये टाइम लेता है। अगर पांच पॉइंट है तो शायद 7 से 14 दिन लेगा या शायद ज़्यादा भी ले सकता है। बात समझ गए अगर आर बी सी खत्म हो रही है तो वो मेटाबोलिज़म चालू है तो बढ़ता ही जाए। अगर ऑलरेडी कुछ हो चुका है तो जितना है समझो पांच पॉइंट है।

jaundice diet

GMoney Anchor - तो सर, अगर मैं जॉन्डिस की बात करूँ, क्या बच्चा पूरी तरीके से बेड रेस्ट पे होता है?

Dr. Anant Khangte अगर ज़्यादा सीरियस हो जाए तब हो सकता है की हॉस्पिटल में एडमिट करना पड़े।

GMoney Anchor - अगर मैं जॉन्डिस की बात करूँ तो किस तरह की डाइट बच्चों की होनी चाहिए? क्या क्या चीजें हैं जो आप उन्हें परहेज़ करने को बोलते हैं? अगर वो भी आप हमें बताएं?

Dr. Anant Khangte हाँ, बेसिकली सिंपल डाइट इस मोस्ट इम्पोर्टेन्ट थिंग, जैसे तेल की चीज़ें नहीं खानी है। ज्यादा फैटी चीज़ें नहीं खानी है। ऐसा खाना हो जिससे बच्चे को और तकलीफ ना हो।

GMoney Anchor - क्या जॉन्डिस जानलेवा भी हो सकता है?

Dr. Anant Khangte हो सकता है। बिल्कुल हो सकता है। बिलुरुबिन की मात्रा अगर बढ़ जाती है तो हो सकता है। बच्चे को जॉन्डिस हुआ है, तो लिवर पर असर होता है।  लिवर और किडनी दोनों एकदम मिलकर काम करते हैं। एक अच्छे से काम नहीं करेगा तो दूसरे पर भार आ जाएगा और फिर किडनी पर असर होगा तो वो हार्ट पर असर करेगा और ऐसे अगर मल्टी ऑर्गन फेलियर हो गया तो डेफिनेटली बच्चे को प्रॉब्लम हो सकती है। सो हम उसको जितना जल्दी ट्रीट करें तो बेहतर रहेगा।

GMoney Anchor - आपने बड़े डिटेल में हमें बताया कई सारे मिथ्स को ब्रेक किया, बहुत अच्छा लगा आपसे बात करके, अपने अपने बीज़ी स्केड्यूल से हमारे लिए कीमती वक्त निकाला। थैंक यू।

Dr. Anant Khangte थैंक यू सो मच, थैंक यू सो मच।

GMoney Anchor - तो ये तो ये डॉक्टर अनंत, जिन्होंने हमें बताया जॉन्डिस के बारे में। अगर आप अपने बच्चे में साइन सिम्पटम्स देखते है जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाएं। देर मत करिए क्योंकि आगे चलकर कॉम्प्लिकेशन्स का कारण भी बन सकता है। मैं नेहा बजाज आप से लेती हूँ इजाज़त, मिलेंगे जी मनी हेल्थ शो के एक नए वीडियो में, एक नए सुपर स्पेशलिस्ट, एक नए मेडिकल एक्स्पर्ट के साथ। तब तक के लिए आप देखते रहिये जी मनी हेल्थ शो, अच्छी सेहत हमारा वादा।

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