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मसूड़ों में सूजन या दांत दर्द से परेशान हैं? डेंटिस्ट को दिखाएं!

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हालाँकि मसूड़ों में गंभीर संक्रमण बहुत आम नहीं हैं, लेकिन अगर समय पर इलाज न किया जाए तो ये बड़ी समस्याएँ पैदा कर सकते हैं। जबकि हममें से अधिकांश लोग अपने दांतों और मसूड़ों को स्वस्थ रखना चाहते हैं, लेकिन अगर ठीक से देखभाल न की जाए तो मसूड़ों में संक्रमण होने का खतरा हो सकता है। आइये इस ब्लॉग में जानते हैं गम्स इन्फेक्शन के बारे में।

Doctor

Dr. Krishna Mehta

Hospital / Clinic

WinSmile Dental Clinic, Gota, Gujarat

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Duration: 6:29 minutes

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GMoney Anchor - हैलो वेलकम टु जी मनी हेल्थ शो, मैं हूँ मीनाक्षी आपके साथ और हमारा शो देखने से पहले यूट्यूब पेज को लाइक शेयर सब्सक्राइब जरूर कीजिये। आज हम बात करने वाले हैं गम्स इन्फेक्शन के बारे में। मैं बुलाती हूँ हमारे शो में डॉक्टर कृष्णा मेहता को। हैलो मैम, वेलकम।

Dr. Krishna Mehta – हैलो।

gum problems treatment

GMoney Anchor - मैं अब सबसे पहले आप मुझे ये बताइए की जो गम इन्फेक्शन है ये क्या होते है? कैसे हो जाते हैं?

Dr. Krishna Mehta – हमारे दांतों में गंदगी जमा होने की वजह से इन्फेक्शन होता है। उसके अलावा हॉर्मोनल बदलाव या डायबिटीज की वजह से भी इन्फेक्शन होता है।

GMoney Anchor - अच्छा क्या कोई ख़ास उम्र है जिसमें गम्स इन्फेक्शन हो जाता है ? क्या मीठा खाने से भी इन्फेक्शन होने के आसार बढ़ जाते हैं ?

Dr. Krishna Mehta – ज़्यादातर 35 या 40 वर्ष के बाद बहुत ज़्यादा होता है। ये जो इन्फेक्शन है वो पहले गम्स में होता है और उसके बाद हड्डी में जाता है और ये इन्फेक्शन हड्डी में जाने की वजह से दांत को कमज़ोर बना देता है और गिरने लगता है क्योंकि हमारे जो दांत है वो हड्डी से जुड़े हुए होते हैं।

GMoney Anchor - यह जो इन्फेक्शन होता है, इसके लक्षण क्या होते हैं?

Dr. Krishna Mehta – कई सारे लक्षण होते हैं। सेन्सिटिविटी हो जाती है यदि आपको भी ये सिम्पटम्स हो तो आपको डेंटिस्ट की सलाह लेनी है।

GMoney Anchor - एक टिप मैं आपसे लेना चाहूंगी की अच्छी डेंटल हाइजीन मेंटेन करने के लिए क्या करना चाहिए?

Dr. Krishna Mehta – हर छह महीने में डेंटल चेकअप कराना चाहिए ताकि अगर गम्स में इन्फेक्शन हो जाए तो डेंटिस्ट जांच कर सकें और इलाज किया जा सके। 

GMoney Anchor - कितने समय में टूथब्रश बदलना चाहिए?

Dr. Krishna Mehta – तीन से चार महीने में टूथब्रश बदलना चाहिए।

GMoney Anchor - कई बार ऐसा सवाल होता है की क्या दांतों की सफाई कराने से दांत घिस जाते हैं?

Dr. Krishna Mehta – दांतों में यदि लंबे टाइम तक टार्टर डिपॉजिट हो जाए तो नुकसान होता है। टार्टर में बैक्टीरिया होता है। इसलिए समय समय पर डेंटिस्ट को दिखाएं। क्लीनिंग कराना ज़रूरी होता है ताकि गम्स का इन्फेक्शन हो तो वो आगे नहीं  बढ़े।

GMoney Anchor - कई बार लोग घरेलू उपचार का सहारा लेते हैं, क्या यह करना सही है ?

Dr. Krishna Mehta – इन्फेक्शन हो या दांतों का प्रॉब्लम घरेलू नुस्खों से थोड़े ही दिन राहत मिल सकती है।वो परमानेंट सलूशन नहीं है। उसके लिए डेंटिस्ट की सलाह लीजिए ताकि वक्त पर ट्रीटमेंट हो जाए। 

कई बार लोग हॉट कंप्रेसर्स यूज़ करते है या कोल्ड कंप्रेसर्स भी यूज़ करते हैं।

GMoney Anchor - सो, वो अलार्मिंग पॉइंट कौन सा होता है जब हमें गूगल नहीं करना चाहिए बल्कि डॉक्टर के पास जाके दिखाना चाहिए।

Dr. Krishna Mehta – यस डेफिनेटली कंसल्टेशन लेनी चाहिए, ताकि सही सलाह मिल सके।

GMoney Anchor - क्या फ्लॉसिंग करना ज़रूरी है और इसके क्या फ़ायदे हैं ?

Dr. Krishna Mehta – यस फ्लॉसिंग भी इम्पोर्टेन्ट है, क्योंकि दो दांत के बीच में कहीं स्पेस हो जहाँ खाना फंस जाता है उसका साफ़ होना ज़रूरी है।

GMoney Anchor - थैंक यू सो मच। आपने इतनी अच्छी-अच्छी बातें की और अपने बिज़ी शेडूल से हमारे लिए थोड़ा सा वक्त निकाला। जी मनी हेल्थ शो की पूरी टीम आपका तहेदिल से शुक्रिया अदा करना चाहती है। अगर आप लोग गम्स के बारे में कोई और इन्फॉर्मेशन चाहते हैं या फिर अगर शो को लेकर ही कोई सजेशन देना चाहते हैं? कमेंट सेक्शन में आप लिखियेगा और इसी के साथ मैं आपसे मिलूँगी नेक्स्ट शो में एक सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर के साथ, तब तक के लिए अपना ख्याल रखिये क्योंकि अच्छी सेहत हमारा वादा।

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